वर्तमान समय में लोग गोल्ड इन्वेस्ट में ज्यादा महत्व दे रहे है। सोने ने पिछले साल लगभग 42% तक रिटर्न दिया है। जानकारों का मानना है कोरोना के कारण वैश्विक विकास में कमी आने तक ब्याज दरें काम रहेंगी
कैसे रहेगा बुरे समय में गोल्ड में इन्वेस्ट करने का फायदे का सौदा आइये जानते है इसके बारे मे-
वर्तमान समय में लोग गोल्ड इन्वेस्ट में ज्यादा महत्व दे रहे है। सोने ने पिछले साल लगभग 42% तक रिटर्न दिया है। जानकारों का मानना है कोरोना के कारण वैश्विक विकास में कमी आने तक ब्याज दरें काम रहेंगी, ये अवसर सोने में इन्वेस्ट करने के लिए सबसे अच्छा है। सोने में निवेश के 20-25% जरूर इन्वेस्ट करना चाहिए लेकिन निवेश करने के लिए कभी भी भौतिक सोना खरीदने से बचना चाहिए, क्योकि इसमें स्टोरेज लागत, चोरी होने डर, उच्च लेनदेन का खतरा बना रहता है, तो आइये जानते है कैसे करे लम्बी अवधि के लिए सोने में निवेश -
जानकारों के अनुसार सोने में निवेश पेपर गोल्ड में होना सबसे अच्छा होता है। इसके लिए दो ऑप्शन गोल्ड ETF और सॉवरेन गोल्ड बांड (SGB) होते है।सरकार द्वारा सोने के वर्तमान कीमत पर नियमित अंतराल पर SGB जारी किये जाते है, ये आठ साल के नियत समय के लिए होते है परन्तु इसने पांच साल के बाद सेल किया जा सकता है। निवेश पर कोई टैक्स लगता यदि आप मच्योरिटी तक SGB को रखते हो। तीन साल उपरांत गोल्ड ETF या गोल्ड फण्ड कैपिटल गेन्स के मामले में इंडेक्शन के बाद 20% टक्स लगता है।
गोल्ड ETF में आपकी एक मात्र आय सोने की कीमत पर मूल्य कम होना है। आपको SGB में वार्षिक में 2.5 % ब्याज मिलता है। जो की हर 6 महीनो में प्राप्त होता है। लेकिन यह ब्याज आयकर के अनुसार होता है। गोल्ड ETF पर सालाना लगभग 1% लेवी चार्ज लगता है लेकिन SGB में ऐसा कोई भी चार्ज नहीं लगता है अतिरिक्त बाजार में SGB कोई भी सेल कर सकता है लेकिन इसमें कम मात्रा होने के कारण आपको इच्छानुसार कीमत नहीं मिल पाती है, सरकार इस साल SGB के तीन किस्तों को चालू किया है और आने वाले 9 महीनो में तीन किस्ते और निकल जाएँगी। जानकारों के अनुसार जो कोई भी रेगुलर रूप से (SIP) में इन्वेस्ट करना चाहता है उनके लिए गोल्ड ETF सबसे बेहतरीन विकल्प है।